
बदल दिए हमने
बदल दिए है हमने अबनाराज होने का अंदाजरूठने के बजह सिर्फमुस्कुरा दिया करते हैं कोई समझता नहींदर्द ऐ अल्फाज हमारेबे बजह किसी कोदर्द दिया नहीँ करते समझ लेतेहै इरादा लोगों काकोई हुम् दर्द कंहा यहांकोई नाराज देख के खुस तोकोइ नाराज कर के। हुम् तो आंसुओं को भीसमझा दिया करते हैबजह बे बजह हमेनम न…