बदल दिए हमने

बदल दिए है हमने अबनाराज होने का अंदाजरूठने के बजह सिर्फमुस्कुरा दिया करते हैं कोई समझता नहींदर्द ऐ अल्फाज हमारेबे बजह किसी कोदर्द दिया नहीँ करते समझ लेतेहै इरादा लोगों काकोई हुम् दर्द कंहा यहांकोई नाराज देख के खुस तोकोइ नाराज कर के। हुम् तो आंसुओं को भीसमझा दिया करते हैबजह बे बजह हमेनम न…

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आंसू के अमृत

अकसर में यूंही रो लेता हूंआंसू को अमृत समझ कर पि लेता हूंखुशनसीब हूं मैंतलाश करता नहीं कहीं उसकोलोगों के चेहरों मेंउसे ढूंढ लेता हूंअकसर में यूंही रो लेता हूंआंसू को अमृत समझ कर पी लेता हूं मुस्कुराते उन पलों कोगुजरते देखा है हमनेगमों कोदास्तान बनते पाया है हमनेछोड़ो बेकार के इन बातों कोसिर्फ बातें…

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‘रूमी’ को पढनेवाली लडकी

मुझे, तुम –किसी बेवफाई या जुदाई का किस्सा,न सुनाया करो;मैं किसी मेहबूब से नहीं,बल्की –मोहब्बत से मोहब्बत करती हूँ!मैं ‘रूमी’ को पढनेवाली लडकी हूँ,मैं तो –आसमान, मिट्टी, समन्दर, पहाड़चांदनी, दरिया, बारिश, हवा,यहां तक –पर-कटे परीन्दे में भी महब्बत कोपा लेती हूँ। मुझसे –वह दिवार या दिलों का खाक छाननाकाहाँ मुमकिन हुआ आज तक?मैं तो शदियों…

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राम नाम

राम नाम अमृत करले पान,कांटा भी हो जाए पुष्प समान।कलयुग केवल नाम अधlरा,जपत जपत नर उतरही पारा।यह तो हमारी वेद है कहती ,कलयुग में नाम की गंगा बहती।इस गंगा में स्नान तू करले,मन का मैल साफ तू करले।जपले तू राम नाम दिन रात,वही बस जाएगा तेरे साथ।राम नाम धन लूटले मन,जपत चले जा रात हो…

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कदम बढ़ाता चल

पाना है अगर मंजिल कदम बढ़ाता चल,लाख आए वlधाएं रूक मत तु चल।कर्म से ही तकदीर बनता इसको कभी न भुल,मेहनत की पसीनो से धुल जाएंगे सारे धुल।बिना मेहनत से खाए तो शरीर न देता साथ,मेहनत से ही तकदीर बने यह तो पक्की बात।दृढ़ निश्चय से कर्म कर मिलेगा एक दिन फल,आज छाया अंधेरा तो…

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सत्य

थक कररुक करख़ामोश होकरतड़प तड़प कर कहांइतिहास लिखा जाता हैसोच करसमझ करनिरन्तर प्रयास कर के हीमंजिल पाया जाता हैचिल्लाकरबबाल मचाकरभ्रान्ति फैलाकरसिर्फ झूठ बोला जाता हैलाख कोशिश करझूठ का प्रलेप लगाकरसत्य का आधारगिराया नहीं जा सकता हैक्यों केसत्य सदैव सत्य होता है ।। तफिजुल

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वजह

वजह न पूछो जीने कि…!हम वेवजह ही जीते रहेदरिया पास हि था…किनारे में पानी ढूंढ़ते रहे ,वजह न पूछो रोने कि…!हम वेवजह ही रोते रहेहसीं तो आई ही थी..रोने कि लत लगते गए,वजह न पूछो पीने कि…!हम वेवजह पीते रहेपानी और सराव दोनों थेसराब से मोह लगते गए…!वजह पूछो न सो ने कि…!हम वेवजह ही…

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समय

सुनो सुज्ञानी जन कहूं मैं कर जोर,कौन बड़ा बलवान , इसमें होता है सोर।बड़ा कीमती समय है इसका न कोई मोल,समय रहते कर्म कर बंद तकदीरें खोल।समय से बड़ा ना कोई यहां समय बड़ा अनमोल,कद्र कर समय का इसको कभी न तोल।जो समय का मान रखे सदुपयोग इसका कर,कामयाबी उसकी कदम चूमे सफल होगा वह…

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मैं सत्य हूं मैं सत्य हूं,

मैं सत्य हूं मैं सत्य हूं,मैं समय का उद्घोष हूं,अज्ञानता की कौख में ज्ञान का हूंकार हूं।कमजोरीओ कि वीडियो को अपनी हुनर से काट दो,अपने अंदर के हर एक बुराई को साहस से छांट दो,कौन रोकेगा तुम्हें आसमान में उड़ने से,कर दो परे जीवन सारे गमों को, उनका प्रवाह तो निरंतर चलेगा,मैं वक्त से पहले…

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आज कितने अपरिचित हो

आज कितने अपरिचित लगते होवो हसी है वही नजाकतफिर भी अधूरे लगते होवो नटखट पन वही शरारतफिर भी पराये लगते होआज कितने अपरिचित लगते हो। वही नीला आसमान आजभी हैबारिस की बूंदे भी वही तो हैआज भी काली घटा देखमोर् थिरकती हैमिट्टी की खुश्बू ,सूरज की लालीसबकुछ तो पहले वाली हैफिर भी कितने अपरिचित लगतेहो…

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