
कदम बढ़ाता चल
पाना है अगर मंजिल कदम बढ़ाता चल,लाख आए वlधाएं रूक मत तु चल।कर्म से ही तकदीर बनता इसको कभी न भुल,मेहनत की पसीनो से धुल जाएंगे सारे धुल।बिना मेहनत से खाए तो शरीर न देता साथ,मेहनत से ही तकदीर बने यह तो पक्की बात।दृढ़ निश्चय से कर्म कर मिलेगा एक दिन फल,आज छाया अंधेरा तो…