हम दर्द

मोहब्बत करना कोई बड़ी बात नहींमेरी तरह इंतज़ार कर के कोई बताये.साथ जीने मर ने की कसमें कोई भीखा सकता हे मेरी तरह झूठी उम्मीदमैं कोई जी के दिखाए…इज़हार की खुमारी मैं झूम नाकोई बड़ी बात नहीं,मेरी तरह इनकार का ज़हर कोईपीकर बताये…….हम राज़ बनना कौनसी बड़ी बात हेमेरी तरह हम दर्द बन के कोई…

Read More

इश्क

मेरी ज़िन्दगी मैं कभी कोईचमत्कार क्योँ नहीं होती?ऐसा क्या गुनाह हो गयामुझसे ए खुदा की तेरेरेहमत की बरसात नहीं होती?मोहब्बत, मोहब्बत को तरसते रहेअरमानो को दबाये रखा,शिकायत किसी से क्या करेंजब समंदर ने ही प्यासा रखा || ||सुना था प्यार दस्तक देती हैदिल मैं एक बार कभी ना कभीहम ने भी उस पल का बेसब्री…

Read More

सपना

आज नाजाने क्युं अजिव सि बेचनी हुई ,शायद ये तुम्हारे आने कि खुशी थी,पतानहीं कीया हुआ……….तुमसे मिलने के बाद सब कुछ थहम सा गयाआखें तरसती थी तुम्हें देखने के लिएलेकिन जो भी हुआ अछा हुआ……..पता नहीं तुम एसे क्यों आएअर आचानक से चले भी गयेलेकिन जो भी हुआ अछा हुआ……..क्या कुछ सोच ने लगी थी…

Read More

रिहाई

पहला सच्चा प्यार हो, राख़ के निचेआग सी सुलगते रहते होमेरे ख्यालों से दूर क्योँनहीं चले जाते हो?वक़्त बेवक़्त याद आ जाते होऐसे तड़पाके मुझे क्या पाते हो?जानती हूँ तुम किस्मत मैं नहीं होफिर भी तुमसे मोहब्बतकम नहीं होती.हसीं की नक़ाम कोशिश कर भी लूँआँखों की नमी कम नहीं होतीबोलो मैं कौनसीदिशा मैं जाऊं,जहाँ भी…

Read More

इमारत

इमारत बस इमारत नहीं होतेइनमें कुछउम्मीद, कुछ लगन कुछ जज्बा होते हैंमेहनत ओर मोहब्बत सेसज संवर कर जब एक दीवारअपने सर पे छत रखकरहमें पन्हा देती हैउसे इमारत कहते हैं महलों कि चाहत तुम्हें मुबारकअकसर हम जमीन पर लेटकरखिड़की से जब जिंदगी को तलाशते हैंसर्दी, गर्मी, बारिश आके हमेंगले लगाते हैंतुम्हें याद हो शायदइस धरती…

Read More

डिअर ज़िन्दगी

यह ज़िन्दगी है कई रंग दिखलाएगीकभी खुशियों का खजाना तोकभी गम का तहखना बन जाएगी |कभी नयी नबेली दुल्हन तो कभीबेवा की सुनी मांग बन जाएगी |ये ज़िन्दगी है कई चेहरे दिखाएगीकभी कान्हा की बांसुरी तो कभीनटराज की तीसरी आँख बनजाएगीये ज़िन्दगी है कई पड़ाव दिखाएगीकभी गीता का सास्वत सत्य तो कभीकुरान की पाक जुबानी…

Read More