
मंगल गीत गाओ
मंगल गीत गाओ …… !अभिनंदन गीत गाओ ..!घर आये दशरथ नंदनदीप मालिकाएं सजाओ .!दीपावली मनाओ …….! कांटों से कटे हैं बरस बरसनैना भी गये थे तरस तरसमैं रे लाल प्यास बुझाओसीने से मैं रे लग जाओदीपावली मनाओ…….! महलों कि ये उजयाली भीथी उजयाली अंधियारी सीहर आहट पर तुम ही तुम थेहर आहट पर तुम ही…