समय

सुनो सुज्ञानी जन कहूं मैं कर जोर,
कौन बड़ा बलवान , इसमें होता है सोर।
बड़ा कीमती समय है इसका न कोई मोल,
समय रहते कर्म कर बंद तकदीरें खोल।
समय से बड़ा ना कोई यहां समय बड़ा अनमोल,
कद्र कर समय का इसको कभी न तोल।
जो समय का मान रखे सदुपयोग इसका कर,
कामयाबी उसकी कदम चूमे सफल होगा वह नर।
समय समय की बात है समय का अपमान कर,
पछताए कितने लोग यहां विफलता को प्राप्त कर।
अगर छूना चाहते हो तुम सफलता का शिखर,
मान रखो समय का सदुपयोग इसका कर।


प्रणति साहू
प्रोफेसर कालोनी रायपुर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *