दीवाना कहता है जमाना मुझको
दीवाना कहता जमाना मुझको। परवाना पागल माना मुझको।। कौन सा वक्त चुनु तुम तक आने को। पल पल बीता जाए तुम्हें मनाने को।। हृदय हृदय टटोल लिया। मिला ना तेरा रोशन दिया।। कौन दिखाएं तेरा मार्ग। रटी रटाई दोहराए तेरी राग।। जोर-जोर हिलाकर जगाना मुझको। परवाना पागल माना मुझको…. प्रेम भरी वाणी में कैसे गाऊं।…