दोनो मैं ये भेद क्योँ?
एक कुल का चिराग
तो दूसरा बोझ क्योँ?
एक के लिए शिक्षा का भरपूर साधन, दूसरे के लिए चूल्हा चौका क्योँ
एक के लिए आजादी, दूसरे के लिए
पाबन्दी क्योँ?
एक तुम्हारे लिए सुनहरा भविष्य
दूसरा तुम्हारी सिर्फ ज़िम्मेदारी क्योँ?
एक की गलती को नज़र अंदाज़
दूसरे की गलती अपराध क्योँ?
एक के पैदा होने पर खुशी का माहौल
दूसरे के लिए चिंता की लकीर क्योँ?
दोनो ही तुम्हारे संतान हैँ
तो दोनो मैं भेद भाव क्योँ?