जिंदा हो तो जिंदगी दिखना चाहिए,
मुर्दा क्या ख़ाक जियेंगे,
अमीर हो या फिर गरीब,
क्या फर्क पड़ता है,
दिल मे प्यार और खुशियों की सौगात होनी चाहिए।
प्यार है तो प्यार दिखना चाहिए,
बेशुमार दौलत लिए,
पल पल के सताए हुए,
क्या खाक जियेंगे,
जिंदा हो तो जिंदगी दिखना चाहिए।।
प्रदीप